Facts About LIC in Hindi | एलआईसी के रोचक तथ्य
Amazing and Interesting Facts about LIC in Hindi – एलआईसी – भारतीय जीवन बीमा निगम ( LIC – Life Insurance Corporation of India ) भारत की सबसे पुरानी, सबसे बड़ी और अधिक लाभ कमाने वाली जीवन बीमा कंपनी है. “जिंदगी के साथ भी, जिंदगी के बाद भी” यह लाइन आपने जरूर सुना होगा. यह सिर्फ एक लाइन नही जनता का विश्वास है.
आज के दौर में आप LIC के ऑफिसियल वेबसाइट पर जाकर बीमा की जानकरी और अपनी पसंद का बीमा ले सकते है. एलआईसी का प्रीमियम भी ऑनलाइन भर सकते है. अब आपको एलआईसी के कार्यालय में जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी।
Facts About LIC in Hindi
- भारतीय जीवन बीमा निगम का मुख्यालय मुंबई में है. इसके कार्यालय देश के अधिकत्तर शहरों में है. इसके 10 लाख से ज्यादा एजेंट पूरे भारत भर में फैले है.
- आजादी से पहले भारत में कई बीमा कंपनी थी जो अपने क्षेत्र या राज्य में विशिष्ट थी. 1956 में, भारत सरकार ने देश की 245 कंपनियों का राष्ट्रीयकरण किया और उनका विलय कर जीवन बीमा निगम बनाया.
- विलय के बाद सरकार ने बीमा के व्यवसाय को केवल सरकारी कंपनी तक ही सीमित कर दिया, इसलिए 44 वर्षों तक इस कारोबार में कोई प्रतिस्पर्धा नहीं थी. वर्ष 2002 के बाद सरकार ने निजी कंपनियों को जीवन बीमा के क्षेत्र में प्रवेश करने की अनुमति दी. इसके बाद ही बीमा ( Insurance ) के क्षेत्र में प्रतियोगिता प्रारम्भ हुई.
- एलआईसी अपने अधिकाँश फंड को सरकारी बॉन्ड ( Government Bonds ), कॉरपोरेट बॉन्ड ( Corporate Bonds ) में निवेश करती है. कुछ हिस्सा शेयर मार्किट ( Share Market ) में भी निवेश करता है. इन निवेशों को अधिकत्तर लाभ बीमा धारकों को जाता है. शेष लाभ मालिक और भारत सरकार को जाता है.
- भारतीय जीवन बीमा निगम का कारोबार फिजी, मॉरीशस, यूके, सिंगापुर, बहरीन, बांग्लादेश, अबू धाबी, दुबई, कुवैत, ओमान, कतर, केन्या, श्रीलंका, नेपाल और सऊदी अरब में भी है. यहाँ संयुक्त उद्यम, पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कम्पनी या एजेंट के माध्यम से काम कर रहा है.
LIC Facts in Hindi
- अगर एलआईसी बीमा धारकों का एक देश बनाया जाएँ तो जनसंख्या की दृष्टि से विश्व का चौथा सबसे बड़ा देश होगा. अब आप अंदाजा लगा सकते है कि देश और विदेश में LIC के कितने बीमा या पॉलिसी धारक है.
- वर्ष 2020 में एलआईसी की कुछ सम्पति लगभग 32 लाख करोड़ रूपये थी, जबकि वर्ष 2020 में Apple Company की कुल सम्पति 17 लाख करोड़ रूपये भारतीय शेयर बाजार के रोचक फैक्ट्स है. जीवन बीमा निगम की कुल सम्म्पति दुनिया के 85% देशों के सकल घरेलू उत्पाद से भी भारतीय शेयर बाजार के रोचक फैक्ट्स अधिक है.
- एलआईसी भवन भारत की सबसे ऊंची इमारत थी जब भारतीय जीवन बीमा निगम का उद्घाटन 1959 में हुआ था.
- वर्ष 2022 के आसपास सरकार एलआईसी की 25% हिस्सेदारी बेचने की योजना बना रही है. ऐसी उम्मीद की जा रही है कि यह भारतीय शेयर बाजार के इतिहास का सबसे बड़ा आईपीओ होगा।
नोट – इस पोस्ट में दिए कुछ तथ्य ऑनलाइन वेबसाइट और विकिपीडिया से लिए गये है.
National IPA Day: क्या है नेशनल आईपीए डे, जानिए बीयर से जुड़ा रोचक इतिहास
National IPA Day: नेशनल आईपीए भारतीय शेयर बाजार के रोचक फैक्ट्स डे दुनिया में सबसे फेमस बीयर (Famous Beer) के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए मनाया जाता है. इंडिया पेल एले बीयर (Beer) को सम्मान देने के लिए बनाया जाता है.
By: ABP Live | Updated at : 04 Aug 2022 12:57 PM (IST)
क्यों मनाया जाता है नेशनल आईपीए डे?
History Of National IPA Day: नेशनल आईपीए डे हर साल अगस्त के पहले गुरुवार को इंडिया पेल एले के रूप में जानी जाने वाली बीयर (Beer) को सम्मान देने के लिए बनाया जाता है. इस साल यह 4 अगस्त को मनाया जा रहा है. नेशनल आईपीए डे दुनिया में सबसे फेमस बीयर के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए मनाया जाता है. चलिए जानते हैं इस खास दिन का इतिहास और साथ ही इस बीयर के बारे में कुछ दिलचस्प जानकारी.
पहले जानिए क्या होती है IPA बीयर ?
IPA एक फुल-बॉडी वाली, बोल्ड और कड़वी बीयर है जिसे हॉप्स और पेल माल्ट से बनाया जाता है. इसके अंदर अल्कोहल भी होता है जो. एक एवरेज बीयर के मुकाबले ज्यादा होता है. जो विभिन्न प्रकार के हॉप्स से बनाई जाती है. यह बीयर प्रेमियों के लिए एक उम्दा ड्रिंक मानी जाती है.
बीयर से जुड़ा रोचक इतिहास
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कुछ सबूत बताते हैं कि भारत में भेजे जाने से पहले इंग्लैंड में आईपीए बनाए गए थे. इसको लाने का श्रेय 1700 के दशक के अंत में ईस्ट इंडिया कंपनी के हिस्से के रूप में भारत की यात्रा करने वाले ब्रिटिश नाविकों को जाता है.
ब्रिटिश नाविक आईपीए को अपनी यात्रा पर इसलिए लाए थे. क्योंकि गर्म जलवायु के कारण भारत में बीयर बनाना मुश्किल था. उस समय पोर्टर्स को भारत और कैलिफ़ोर्निया में भी भेज दिया गया था. भारत में शिप की जाने वाली पहली बीयरों में से एक जॉर्ज हॉजसन के बो ब्रेवरी थी. बो ब्रेवरी ब्रिटिश पोर्टस के पास थी इसलिए व्यापारी इसे जल्दी खरीद पाते थे. रशिया का मार्केट खो जाने के बाद ट्रेडर्स ने आईपीए को भारत में एक्सपोर्ट करना शुरू कर दिया था.
1840 तक, इंग्लैंड में आई.पी.ए की अत्यधिक मांग थी, और 1860 तक बीयर को खूब बनाया गया और बेचा गया. यह सनक जल्द ही ब्रिटिश साम्राज्य में फैल गई. हालांकि उनके व्यंजनों में कोई बदलाव नहीं आया था, इंग्लैंड में कुछ शराब बनाने वालों ने उन्हें इंडिया पेल एल्स के बजाय पेल एल्स कहना शुरू कर दिया. 1900 से पहले, अमेरिका, कनाडा और ऑस्ट्रेलिया में ब्रुअरीज ने इंग्लैंड के समान आईपीए का निर्माण किया. दूसरी ओर, IPAs ने 1900 के आसपास लोकप्रियता खोना शुरू कर दिया.
एशले रौस्टेन, बीयर उत्साही और "द बीयर वेन्च गाइड टू बीयर: एन अनप्रेंटियस गाइड टू क्राफ्ट बीयर" के लेखक ने 2011 में इस दिन को मनाने का चलन शुरू किया.
Published at : 04 Aug 2022 02:55 PM (IST) Tags: history special day IPA Beer हिंदी समाचार, ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें abp News पर। सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट एबीपी न्यूज़ पर पढ़ें बॉलीवुड, खेल जगत, कोरोना Vaccine से जुड़ी ख़बरें। For more related stories, follow: Lifestyle News in Hindi
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भारतीय शेयर बाज़ार के बिग बुल(Big Bull) के नाम से मशहूर राकेश झुनझुनवाला से जुड़े 5 रोचक तथ्य
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भारतीय शेयर बाजार के बिग बुल कहे जाने वाले राकेश झुनझुनवाला का रविवार की सुबह 62 साल की उम्र में मुंबई में निधन हो गया। राकेश झुनझुनवाला 5 जुलाई को 62 साल के हो गए। इनका जन्म 5 जुलाई 1960 मे एक मध्यमवर्गीय परिवार मे हुआ था, इनका बचपन से ही शेयर बाजार की ओर झुकाव था। 1985 में जब वे कॉलेज में थे तब उन्होंने 5,000₹ रुपये की राशि के साथ व्यापार करना शुरू किया। तब से, उन्होंने लगभग 5.6 अरब डॉलर की कुल संपत्ति बनाई है।
पिता ने पैसे देने से मना कर दिया
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अपने दोस्तों के बीच बातचीत सुनने के बाद उन्हें शेयर बाजार में दिलचस्पी हो गई। लेकिन हालांकि उनके पिता राधेश्याम झुनझुनवाला ने उन्हें शेयर बाजार में हाथ आजमाने की इजाजत दी, लेकिन उन्होंने भारतीय शेयर बाजार के रोचक फैक्ट्स पिता से पैसा मांगा तो पिता ने पैसे देने की जगह उन्हें सलाह देना मुनासिब समझा. ये सलाह भारतीय शेयर बाजार के रोचक फैक्ट्स थी, खुद से पैसा कमाओ और फिर निवेश करो. राकेश समझ गए थे, 215000₹ रुपये से राकेश भारतीय शेयर बाजार के रोचक फैक्ट्स ने 1985 में टाटा टी के 5000 शेयर खरीद लिए. झुनझुनवाला ने अधिक रिटर्न के वादे के साथ भारतीय शेयर बाजार के रोचक फैक्ट्स अपने भाई के ग्राहकों से पैसे उधार लिए। उन्होंने 1986 में अपना पहला बड़ा लाभ कमाया जब उन्होंने 43₹ रुपये में टाटा टी के 5,000 शेयर खरीदे। यह तीन महीने के भीतर बढ़कर 143₹ रुपये हो गया, जिससे उन्हें 3 गुना लाभ हुआ।
लाभांश का राजा
झुनझुनवाला का पोर्टफोलियो ऐसे शेयरों से भरा हुआ है जो उन्हें करोड़ों में लाभांश रिटर्न देते हैं। उनके पास और क्रिसिल जैसी कंपनियों के कई शेयर हैं जो भारी लाभांश देते हैं।बिलकेयर लिमिटेड, प्राज इंडस्ट्रीज लिमिटेड, प्रोवोग इंडिया लिमिटेड, कॉनकॉर्ड बायोटेक लिमिटेड, इनोवासिंथ टेक्नोलॉजीज (आई) लिमिटेड, प्राइम फोकस लिमिटेड, जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज, मिड डे मल्टीमीडिया लिमिटेड, नागार्जुन कंस्ट्रक्शन कंपनी लिमिटेड, वायसराय होटल लिमिटेड और टॉप्स सिक्योरिटी लिमिटेड के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स में भी शामिल थे
बड़े दानवीर थे
राकेश झुनझुनवाला ने पिछले साल जुलाई में 50 करोड़ रुपये का दान दिया और नए प्रवेशकों की ‘एडलगिव हुरुन इंडिया परोपकार सूची’ 2021 की सूची में सबसे ऊपर है। उन्होंने अपने पोर्टफोलियो का 25 प्रतिशत या 5,000 करोड़ रुपये, जो भी कम हो, दान करने का फैसला किया था।
वह खाने का शौकीन है
झुनझुनवाला को स्ट्रीट फूड, डोसा और खासकर चाइनीज व्यंजन बहुत पसंद हैं। हालांकि, दिल से एक मुंबईकर होने के नाते, वह पाव भाजी से प्यार करते हैं। वह अपने खाली समय में खाना बनाने वाले कार्यक्रम देखना भी पसंद करते हैं।
बॉलीवुड के लिए उनका प्यार
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राकेश झुनझुनवाला ने तीन बॉलीवुड फिल्में – इंग्लिश विंग्लिश, शमिताभ और की एंड का का निर्माण किया है। उन्होंने 1999 में चार अन्य भागीदारों के साथ हंगामा डिजिटल मीडिया भी शुरू किया। बाद में इसका नाम बदलकर हंगामा डिजिटल मीडिया से हंगामा डिजिटल मीडिया एंटरटेनमेंट प्राइवेट लिमिटेड कर दिया गया। वह वर्तमान में कंपनी के अध्यक्ष भारतीय शेयर बाजार के रोचक फैक्ट्स थे|
Chhattisgarh: छत्तीसगढ़ से जुड़ी ये बातें नहीं जानते होंगे आप, जानिए ऐसे खास रोचक तथ्य जो आपको कर देंगे हैरान
Chhattisgarh: छत्तीसगढ़ राज्य को वर्ष 2000 में मध्य प्रदेश से अलग कर बनाया गया था। अत्यधिक घने जंगल और एक विशाल आदिवासी आबादी राज्य को एक अलग रंग से प्रभावित करती है, जो इसके आदिवासी नृत्य रूपों, गीतों और प्राकृतिक सुंदरता और उदारता में स्पष्ट है। आइए जानते हैं छत्तीसगढ़ के कुछ अनजाने तथ्यों (interesting facts about chhattisgarh) के बारे में.
Chhattisgarh: छत्तीसगढ़ राज्य को वर्ष 2000 में मध्य प्रदेश से अलग कर बनाया गया था। इसमें विशाल खनिज संपदा के साथ-साथ वन संसाधन भी हैं। छत्तीसगढ़ देश में अनुसूचित जनजातियों की सर्वाधिक सघनता वाले राज्यों में से एक है। छत्तीसगढ़ राज्य की जलवायु उष्णकटिबंधीय है। यहाँ गर्मियों में दिन का तापमान (अप्रैल के मध्य से जून के अंत तक) 45 भारतीय शेयर बाजार के रोचक फैक्ट्स डिग्री सेल्सियस तक पहुंच सकता है, जबकि सर्दियों में तापमान 10 डिग्री सेल्सियस से काफी नीचे गिर सकता है।
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