भारत सरकार के प्रधान वैज्ञानिक सलाहकार, प्रोफेसर अजय कुमार सूद ने कहा कि “भारत सरकार वास्तविक दुनिया के अनुप्रयोगों के लिए देश को विज्ञान और तकनीकी प्रगति में सबसे आगे ले जाने के लिए प्रतिबद्ध है। मंथन, अनुसंधान एवं विकास में उद्योग भागीदारी के निर्माण और पोषण के प्रयासों को बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध है। यह पहल, संयुक्त राष्ट्र के एसडीजी लक्ष्यों के प्रति हमारी प्रतिबद्धता का भी प्रमाण है।”
चार दिन की गिरावट के बाद बाजार में आई रौनक, शुरुआती कारोबार में सेंसेक्स 600 अंक से अधिक चढ़ा
मुंबई/भाषा। मजबूत वैश्विक रुझान के बीच रिलायंस इंडस्ट्रीज जैसे बड़े शेयर में तेजी के चलते प्रमुख शेयर बाजारों में बृहस्पतिवार को शुरुआती कारोबार के दौरान बढ़त देखी गई। इससे पहले चार दिन तक शेयर बाजार में गिरावट दर्ज की गई थी।
इस दौरान 30 शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्स 601.11 अंक बढ़कर 53,142.50 पर कारोबार कर रहा था। दूसरी ओर व्यापक एनएसई निफ्टी 171 अंक चढ़कर 15,863.15 पर पहुंच गया।
सेंसेक्स में रिलायंस इंडस्ट्रीज, मारुति, आईसीआईसीआई बैंक, आईटीसी, एचडीएफसी और भारतीय स्टेट बैंक बढ़त दर्ज करने वाले प्रमुख शेयरों में शामिल थे। दूसरी ओर पॉवर ग्रिड, भारती एयरटेल और नेस्ले में गिरावट हुई।
अन्य एशियाई बाजारों में तोक्यो, सियोल और शंघाई के बाजार हरे रंग में थे। हांगकांग के बाजार मामूली नुकसान में कारोबार कर रहे थे।
भारत के प्रतिष्ठित स्टॉक एक्सचेंज
राहत एवं रिस्पांस पहुंचाने के लिए घूमता चक्र
कोविड - 19 पर यूनिसेफ की स्थिति रिपोर्ट नंबर 4
Files available for download (1)
कोविड-19 के रेस्पोन्स के लिए थर्मल स्कैनर
निजी क्षेत्र के साथ साझेदारी
भारत में यूनिसेफ बच्चों के हित में अपेक्षित परिणामों के लिए निजी क्षेत्र के सहयोगियों के साथ मिलकर काम करता है |
शेयर बाजारों में दूसरे दिन भी तेजी, सेंसेक्स 72 अंक सुधरा
- मुंबई,
- 27 सितंबर 2010,
- (अपडेटेड 27 सितंबर 2010, 5:55 PM IST)
मजबूत वैश्विक रुख के बीच आरआईएल और एसबीआई जैसी प्रतिष्ठित कंपनियों में लिवाली की बदौलत घरेलू शेयर बाजारों में सोमवार को दूसरे दिन तेजी जारी रही और बॉम्बे स्टाक एक्सचेंज का सेंसेक्स 72 अंक चढ़कर 32 माह की नयी ऊंचाई पर बंद हुआ.
कुल मिला कर सेंसेक्स 72.20 अंक बढ़त के साथ 20,117.38 अंक पर बंद हुआ. इससे पहले सेंसेक्स ने यह स्तर 15 जनवरी, 2008 को देखा था जब यह 20,251.09 अंक पर बंद हुआ था. नेशनल स्टाक एक्सचेंज का निफ्टी भी 17.35 अंक की तेजी के साथ 6,035.65 अंक पर बंद हुआ.
लंदन मेटल एक्सचेंज में धातुओं में तेजी के रुख से घरेलू शेयर बाजारों में तेजी की अगुवाई मेटल शेयरों ने की. इसके अलावा, अन्य एशियाई बाजारों में मजबूती से निवेशकों की धारणा मजबूत हुई. बाजार विश्लेषकों के मुताबिक, एफआईआई की ओर से भारी निवेश किए जाने से स्थानीय शेयर बाजारों में तेजी का रुख बना हुआ है. एफआईआई इस साल अभी तक बाजार में 80,819 करोड़ रुपये झोंक चुके हैं.
भारत के प्रतिष्ठित स्टॉक एक्सचेंज
भा रत सरकार भारत के प्रतिष्ठित स्टॉक एक्सचेंज के प्रधान वैज्ञानिक सलाहकार (पीएसए) कार्यालय ने एक नया मंच शुरू करने की घोषणा की है, जिसका उद्देश्य उद्योग और वैज्ञानिक अनुसंधान तथा विकास पारिस्थितिकी तंत्र भारत के प्रतिष्ठित स्टॉक एक्सचेंज के बीच सहयोग को बढ़ावा देना है, जिससे संयुक्त राष्ट्र सतत् विकास लक्ष्यों के अनुरूप भारत के स्थिरता लक्ष्यों को पूरा करने में मदद मिल सके। यह घोषणा स्वतंत्रता के 75 वर्ष (आजादी का अमृत महोत्सव) के अवसर पर की गई है।
पीएसए कार्यालय के नेतृत्व में, 'मंथन' नामक इस मंच से भारत में विज्ञान और प्रौद्योगिकी-आधारित सामाजिक प्रभाव नवाचार और समाधानों के परिदृश्य को संभावित रूप से बदलने की उम्मीद की जा रही है। यह मंच; सूचना विनिमय सत्रों, प्रदर्शनियों और कार्यक्रमों के जरिये भविष्य के विज्ञान, नवाचार एवं प्रौद्योगिकी आधारित विकास की रूपरेखा विकसित करने के लिए ज्ञान हस्तांतरण और संवाद की सुविधा प्रदान करेगा।
अडानी पावर Vs टाटा पावर: बंपर कमाई के लिए कौन सा स्टॉक है बेहतर और क्यों? चेक करें डिटेल
Adani Power vs Tata Power Stock: पावर स्टॉक में निवेश के लिए टाटा पावर और अडानी पावर के शेयरों को हमेशा से ही बेहतर माना जाता रहा है। अगर आप पावर स्टॉक में निवेश (Power stock) करने की सोच रहे हैं लेकिन टाटा पावर के शेयर और अडानी पावर के शेयर में कंफ्यूज्ड हैं तो आपके लिए यह खबर काम की हो सकती है। हम आपको दोनों कंपनी और शेयरों की तुलनात्मक डिटेल दे रहे हैं ताकि आपकी दुविधा कुछ हद तक कम सके।
अडानी पावर और टाटा पावर स्टॉक ही क्यों?
इस आधुनिक दुनिया में अर्थव्यवस्था के विकास के लिए बिजली बहुत महत्वपूर्ण है। चूंकि बिजली किसी देश के बुनियादी ढांचे का सबसे महत्वपूर्ण घटक है, इसलिए यह एक भारत के प्रतिष्ठित स्टॉक एक्सचेंज देश की जिम्मेदारी है कि वह सभी को सस्ती और निर्बाध बिजली आपूर्ति सुनिश्चित करे। फिर भी, देश अभी भी बिजली की कमी का सामना कर रहे हैं, जिसके परिणामस्वरूप अन्य देशों की तुलना में प्रति व्यक्ति खपत कम है। उदाहरण के लिए, भारत तीसरा सबसे बड़ा उपभोक्ता और बिजली का उत्पादक है। हालांकि, प्रति व्यक्ति खपत वैश्विक औसत के एक तिहाई से भी कम है। हालांकि, 2040 तक भारत में बिजली की मांग तीन गुना बढ़ने की उम्मीद है। भारत थर्मल, हाइड्रो, सौर, पवन और परमाणु जैसे बिजली के विविध स्रोतों का घर है, फिर भी यह थर्मल स्रोतों से अपनी अधिकांश बिजली आवश्यकताओं को पूरा करता है। थर्मल पावर कैटेगरी में दो मशहूर प्राइवेट पलेयर, अडानी पावर और टाटा पावर हैं।
अधिकतम अंक: 5
न्यूनतम अंक: 1
मतदाताओं की संख्या: 422