आप अपनी मार्केटिंग का कितना digitization करते हैं ये आप पर निर्भर करता है। आप सिर्फ एडवरटाइजमेंट के लिए ही इंटरनेट की सहायता लेते हैं या सेल भी ऐप्प और वेबसाइट के द्वारा इंटरनेट पर करते हैं जैसे की amazon और flipkart करती हैं। लेकिन आप इसका जितना उपयोग करेंगे उतना ही आपका काम आसान होगा, और आप पहले की बजाय अधिक लोगो को अपनी सेवायें और सामान बेच पायेंगे।

डिजिटल मार्केटिंग क्या होती है, और इसके क्या फायदे हैं?

डिजिटल मार्केटिंग क्या होती है ?: अपने प्रोडक्ट्स और सर्विसेज का ऑनलाइन विज्ञापन करना और उनको इंटरनेट पर बेचना डिजिटल मार्केटिंग का एक प्रमुख हिस्सा है। आपके द्वारा देखे जाने वाले सभी ऑनलाइन विज्ञापन, आपके द्वारा पढ़ी गई सामग्री, और आपके द्वारा ऑनलाइन देखी गई फोटो और वीडियो एक तरह से डिजिटल विज्ञापन कर्ता (Digital Marketer) के काम से संबंध रखते हैं।

डिजिटल मार्केटिंग में दो शब्द शामिल हैं, डिजिटल एवं मार्केटिंग। यानि कि मार्केटिंग का डीजीटाईजेशन। मार्केटिंग को आप 4Ps मॉडल से आसानी से समझ सकते हैं- 4Ps मॉडल में चार P होते हैं जिनमें पहला P प्रोडक्ट को, दूसरा P प्राइस को, तीसरा P प्लेस को और चौथा P प्रोमोशन को दर्शाता है।

डिजिटल मार्केटिंग के फायदे:

अगर हम डिजिटल मार्केटिंग की तुलना ट्रेडिशनल मार्केटिंग से करें तो हमें इसके अनेक फायदे मिलेंगे जो ट्रेडिशनल मार्केटिंग में नही मिलते। इसके फायदे निम्न प्रकार हैं –

डिजिटल मार्केटिंग की सहायता से आप अपनी सेवाएं देशभर में कहीं भी आसानी से दे सकते हैं। चाहे आप एक छोटे व्यापारी क्यों ना हो। बल्कि ट्रेडिशनल मार्केटिंग में कम बजट में ऐसा नहीं किया जा सकता। अगर आपका बजट कम है और आप राष्ट्रीय स्तर पर व्यापार करना चाहते हो, तो आप डिजिटल मार्केटिंग की सहायता से ये आसानी से कर सकते हैं। इसके लिए बस आपको एक वेबसाइट या एप की जरुरत होती है आप अपनी वेबसाइट से देश भर से आर्डर लेकर अपना सामान भेज सकते है ।

अगर आप एक सर्विस प्रोवाइडर हैं और आपका कोई फिजिकल प्रोडक्ट नही है जैसे कि एक सॉफ्टवेयर या एजुकेशन या अन्य सेवायें , तो आप globally अपनी सर्विसेज आसानी से सेल कर सकते हैं।

बिज़नेस को ऑनलाइन ले जाने के लिए निम्न कार्य करें:

वेबसाइट बनवायें: अगर आप अपने बिज़नेस की डिजिटल मार्केटिंग करवाना चाहते हैं तो सबसे पहले अपने बिज़नेस की एक वेबसाइट बनवाइये। आपकी वेबसाइट लोगों को आपके बिज़नेस से 24*7 घण्टे अवगत करवायेगी। जब आप रात को घर पे आराम कर रहे होंगे तब भी आपकी वेबसाइट आपके लिए काम करती रहेगी। और जब आप एक बेहतर तरीके से ऑनलाइन ad करवाना चाहेंगे तब भी आपको इसकी जरुरत पड़ेगी।

SEO करवायें: जब आप किसी सामान्य प्रोडक्ट और सर्विस को गूगल पर सर्च करते हैं तो आपको फ़र्स्ट पेज पर तक़रीबन 8-10 वेबसाइट्स के लिंक्स दीखते है जबकि ऐसी सर्विस प्रोवाइड करने वाले सैंकड़ो या हजारों होते हैं। अपनी साइट्स को गूगल पर टॉप में दिखाने के लिए वेबसाइट का SEO करवाना जरूरी होता है अगर आप अच्छे से SEO करवा लेते हैं तो आप गूगल पर टॉप रैंक में आ सकते हैं।

ऑनलाइन ad करवायें: अगर आप SEO से साइट का टॉप रैंक पर आने का इंतजार नही कर सकते, और यदि तुरंत कस्टमर पाना चाहते हैं तो आप ऑनलाइन ad करवा सकते हैं। यहाँ आपको मल्टीप्ल मिडिया और प्लेटफॉर्म्स मिलेंगे आप अपनी इच्छा से किसी एक को चुनकर ad करवा सकते हैं, या फिर एक से अधिक पर एक साथ ad लगा सकते हैं।

डिजिटल एडवरटाइजमेंट के कुछ पॉपुलर प्लेटफॉर्म :

Google Ads: गूगल एड्स डिजिटल एडवरटाइजमेंट का सबसे बड़ा और सबसे ज्यादा प्रचलित प्लेटफॉर्म है। इसका कारण ये है कि गूगल सर्च इंजन दुनिया में सबसे ज्यादा उपयोग में किया जाने वाला सर्च इंजन है। और यूट्यूब जैसा वीडियो स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म का मालिक भी गूगल है। गूगल एड्स से आप सर्च, डिस्प्ले, शॉपिंग, वीडियो, डिस्कवरी जैसे campaigns रन कर सकते हैं। इन campaigns के जरिये आप अपनी ad गूगल सर्च इंजन, यूट्यूब, वेबसाइट एवं एप्प (वो app या websites जो google adsense पर रजिस्टर्ड हैं) आदि पर लगा सकते हैं।

फेसबुक एवं इंस्टाग्राम: फेसबुक गूगल एड्स के बाद दूसरा जो सबसे ज्यादा पॉपुलर प्लेटफॉर्म है। फेसबुक भी आपके लिए एक अच्छा ऑप्शन हैं क्योंकि आपके कस्टमर फेसबुक पर भी है।

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इनबाउंड और आउटबाउंड मार्केटिंग में क्या अंतर है ?

इनबाउंड और आउटबाउंड मार्केटिंग में क्या अंतर है ?

इनबाउंड मार्केटिंग को समझने के लिए आप एक चुम्बक का उदाहरण ले सकते है | जिस प्रकार से एक चुम्बक वस्तुओं को अपनी और आकर्षित करता है उसी प्रकार से इनबाउंड मार्केटिंग उन्ही उपभोक्ताओं को आपकी और आकर्षित करती है जो आपकी सेवाओं का लाभ उठाना चाहते है |

वेबसाइट और डिजिटल मार्केटिंग के सन्दर्भ इनबाउंड का अर्थ है हमारी अपनी वेबसाइट के लिंक जो की एक पेज से एंकर टैग के द्वारा दिए गए हों |

आउटबाउंड : एक जगह से दूसरी जगह यार्ता करने वाला जो अपने गंतव्य पे जा रहा हो

आउटबाउंड अर्थ

आउटबाउंड मार्केटिंग क्या होता है ?

हम इस प्रकार की मार्केटिंग को समझने के लिए एक लाउडस्पीकर या एक हथोड़े का उदाहरण अपने दिमाग में रख सकते है | जो की इंटरप्ट करता है : अर्थात कोई व्यक्ति किसी मार्केटिंग में क्या होता है और काम को कर रहा हो और हम उस बीच उस काम को रोक कर उसे और कुछ दिखाएँ |

उदाहरण : आप अपने बगीचे में बैठ कर अख़बार पढ़ रहे है और पास से की कोई लाउडस्पीकर पर कोई विज्ञापन बजाते हुए गुजरता है | आपका ध्यान सीधा उसी विज्ञापन पर जायेगा और अप अख़बार पढना कुछ समय के लिए रोक देंगे इसे कहते है इंटरप्ट मार्केटिंग या आउटबाउंड मार्केटिंग | टीवी पे आने वाला विज्ञापन, टेली कालिंग, पी.पी.सी, पॉप अप विज्ञापन, बैनर विज्ञापन, ईमेल मार्केटिंग, इत्यादि

यदि हमारा इनमे से किसी भी सेवाओं के विज्ञापन में रूचि है तो हम उन्हें संपर्क कर सकते है |

डिजिटल मार्केटिंग एवं परंपरागत मार्केटिंग के माध्यमों का प्रयोग करके सफल आउटबाउंड मार्केटिंग की जा सकती है

डिजिटल का अर्थ क्या है?

डिजिटल का अर्थ क्या है

इनबाउंड और आउटबाउंड मार्केटिंग दोनों ही डिजिटल मार्केटिंग में प्रयोग होते हैं यहाँ पे डिजिटल मार्केटिंग में क्या होता है का अर्थ है इन्टरनेट नेटवर्क |

गूगल में इनबाउंड मार्केटिंग और और्बौन्द मार्केटिंग में लोगो की रूचि का आंकलन इस प्रकार है :

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