अतुल लिमिटेड केमिकल सेक्टर की दिग्गज कंपनी है।(Image credit : Financial Express)

Business News Today April 19 Highlights: व्यापार से जुड़ी दिन की बड़ी और जरूरी खबरें पढ़ें

Business News Today April 19 Highlights: व्यापार से जुड़ी दिन की बड़ी और जरूरी खबरें पढ़ें

यह Jagran.com का व्यापार से जुड़ा लाइव ब्लॉग है। यहां आपको व्यापार क्षेत्र से जुड़े तमाम अपडेट मिलेंगे। हमारी कोशिश रहेगी कि आपको सबसे पहले जानकारी दी जाए। इसीलिए, हमारे साथ जुड़े रहें और हमेशा खबरों से अपडेट रहें।

नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। शेयर बाजार में कई दिनों से लगातार उतार-चढ़ाव जारी है। यूक्रेन में स्थिति के और तनावपूर्ण होने के साथ ही उसका असर दुनिया भर के व्यापार पर दिखने लगा है। सोमवार को चार दिनों के बाद खुले भारतीय शेयर बाजार में बड़ी गिरावट देखी गई। अब सप्ताह के दूसरे कारोबारी दिन यानी आज भी शेयर बाजार अस्थिर बना रहा। ऐसे में व्यापार क्षेत्र की हर लेटेस्ट जानकारी (Business News Today April 19) आपको यहां मिलेगी। यह Jagran.com का व्यापार से जुड़ा लाइव ब्लॉग है। यहां आपको व्यापार क्षेत्र से जुड़े तमाम अपडेट मिलेंगे।

05:44 PM, 19 Apr 2022

सीमेंट-स्‍टील की ऊंची कीमतों से डरे डेवलपर

बिल्डिंग मैटेरियल की ऊंची कीमतें बिल्‍डरों को डरा रही हैं। करीब 40 फीसद रीयल एस्‍टेट डेवलपर्स का मानना है कि अगर सरकार ने कोई उपाय नहीं किया तो उनके लिए प्रोजेक्‍ट पूरा करना मुश्किल हो जाएगा। बता दें कि स्‍टील और सीमेंट की कीमतें बीते दिनों में काफी उछली हैं।

05:24 PM, 19 Apr 2022

ACC Ltd का शुद्ध लाभ घटा

सीमेंट निर्माता एसीसी लिमिटेड का मार्च, 2022 को समाप्त पहली तिमाही में समेकित शुद्ध लाभ 29.5 प्रतिशत की गिरावट के साथ 396.33 करोड़ रुपये रहा है।

04:41 PM, 19 Apr 2022

रुपया फिर गिरा

मंगलवार को डॉलर के मुकाबले रुपया 22 पैसे गिरकर 76.51 (अनंतिम) पर बंद हुआ।

04:23 PM, 19 Apr 2022

Flipkart ने ANS कॉमर्स का किया अधिग्रहण

Flipkart ने मंगलवार को ANS कॉमर्स का अधिग्रहण करने का ऐलान किया है। कंपनी ने यह डील तेजी से बढ़ रहे डिजिटल रिटेल मार्केट को बूस्‍ट करने के उद्देश्‍य से की है। ANS कॉमर्स ब्रांड को ऑनलाइन बिक्री में मदद करती है।

03:47 PM, 19 Apr 2022

कोयले की सप्‍लाई बढ़ाई

Coal India ने मंगलवार को कहा कि उसने पहली छमाही में कोयला आधारित बिजली उत्पादन संयंत्रों को आपूर्ति में 14.2 प्रतिशत की बढ़ोतरी की है।

03:46 PM, 19 Apr 2022

शेयर बाजार भारी गिरावट के साथ बंद

दिनभर जारी रहे उतार-चढ़ाव के बाद शेयर बाजार भारी गिरावट के साथ बंद हुआ। सेंसेक्स 703.59 अंक या 1.23% की गिरावट के साथ 56,463.15 अंक पर जबकि निफ्टी 215.00 अंक या 1.25% की गिरावट के साथ 16,958.65 अंक पर बंद हुआ।

03:34 PM, 19 Apr 2022

तेल कंपनियों को हो सकता है नुकसान

फिच रेटिंग ने कहा है कि पेट्रोल और डीजल की कीमतें न बढ़ाने के कारण सरकारी तेल कंपनियों-IOC, BPCL और HPCL को जनवरी-मार्च 2022 तिमाही में राजस्‍व में नुकसान हो सकता है।

03:12 PM, 19 Apr 2022

केंद्र सरकार ने हेल्थकेयर वर्कर्स की इंश्योरेंस स्कीम को 180 दिनों के लिए बढ़ाया

कोरोना से लड़ने वाले स्वास्थ्य कर्मियों के लिए केंद्र सरकार की बीमा योजना को 180 दिनों की अवधि के लिए बढ़ा दिया गया है। आदेश में कहा गया, "प्रधानमंत्री गरीब कल्याण पैकेज (PMGKP): कोरोना से लड़ने वाले हेल्थकेयर वर्कर्स के लिए बीमा योजना को 19 अप्रैल, 2022 से और 180 दिनों की अवधि के लिए बढ़ा दिया गया है।"

03:02 PM, 19 Apr 2022

शेयर बाजार

सेंसेक्स (56,894.37 अंक)
गिरावट- 272.37 अंक या 0.48%

निफ्टी (17,088.30 अंक)
गिरावट- 85.35 अंक 0.5%

02:41 PM, 19 Apr 2022

सेंसेक्स के टॉप-5 शेयर

RELIANCE (2666.00, +4.79 %)
BAJFINANCE (7407.60, +2.06 %)
ICICIBANK (773.15, +1.90 %)
SBIN (518.95, +1.87 %)
AXISBANK (812.95, +1.73 %)

02:32 PM, 19 Apr 2022

Twitter को एक साल में शेयर बाजार में भारी उतार खरीद लिया तो बोर्ड सदस्‍यों की सैलरी होगी जीरो

Twitter को खरीदने की अपनी मुहिम के बीच Tesla के सीईओ एलन मस्क ने नया बयान जारी किया है। Musk ने कहा कि अगर 43 अरब डॉलर में Twitter का अधिग्रहण सफल रहता है तो उसके बोर्ड के सदस्यों की सैलरी जीरो कर दी जाएगी। Musk ने Tweet में कहा कि अगर मैं Twitter को खरीदने में सफल रहा तो बोर्ड के सदस्‍यों की सैलेरी जीरो हो जाएगी। ऐसा करने से हर साल 30 करोड़ डॉलर की सालाना बचत होगी।

01:34 PM, 19 Apr 2022

शेयर एक साल में शेयर बाजार में भारी उतार बाजार

सेंसेक्स (57,342.92 अंक)
बढ़त- 176.18 अंक या 0.31%

भारी बिकवाली के बीच उम्मीद की राह: भारतीय बाजार में एफआईआई की एक साल के अंदर हो सकती है रिकवरी

Share Market News: भारी बिकवाली के बीच उम्मीद की राह जगी है. भारतीय बाजार में एफआईआई में एक साल के अंदर रिकवरी हो सकती है. आने वाले वर्ष में जब चीजें बेहतर होने लगेंगी, तो फिर से निवेश करना शुरू कर देंगे.

Updated: June 20, 2022 9:41 AM IST

share market

Share Market News: शेयर बाजार (Share Market) में एफआईआई (FII) की बिकवाली का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है. जहां एफआईआई (FII) की बिक्री का सिलसिला जारी है, वहीं ऐसी भी उम्मीद है कि अगले वर्ष तक इसमें रिकवरी हो सकती है.

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इस संबंध में टिप्पणी करते हुए एंजेल वन ने एक रिपोर्ट में कहा है कि वित्तीय वर्ष 2008-09 में, वैश्विक आर्थिक संकट और भारत में आसमान छूती महंगाई के कारण एफआईआई ने अपने निवेश को बहुत बड़े पैमाने पर बेचा था. हालांकि, वित्त वर्ष 2009-10 में, शुद्ध निवेश सकारात्मक हो गया था और वित्त वर्ष 2010-11 में जब स्थिति स्पष्ट नजर नहीं आ रही थी, उसके बाद भी शुद्ध निवेश में तीव्र गति से वृद्धि हुई थी.

रिपोर्ट में कहा गया है कि इससे पता चलता है कि कमजोर वैश्विक भावनाओं के साथ-साथ भारतीय अर्थव्यवस्था पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ने पर एफआईआई अपना निवेश बेचते हैं. हालांकि, यह भी देखा गया है कि एफआईआई द्वारा अपना निवेश बेचने के तुरंत बाद, वे विनिवेश राशि को कम कर देते हैं या आने वाले वर्ष में जब चीजें बेहतर होने लगती हैं तो फिर से निवेश करना शुरू कर देते हैं.

जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के मुख्य निवेश रणनीतिकार वी. के. विजयकुमार ने कहा कि एफआईआई भारी बिक्री कर रहे हैं, खासकर उभरते बाजारों में जिनकी मुद्राएं मूल्यह्रास की चपेट में हैं. यह ऐसे समय में सामान्य है जब डॉलर बढ़ रहा है (डॉलर इंडेक्स 104 से ऊपर है) और यूएस बॉन्ड यील्ड बढ़ रही है (यूएस 10-साल-यील्ड 3.4 फीसदी से ऊपर है).

उन्होंने कहा, इसके अलावा, भारत में मूल्यांकन लंबी अवधि के औसत से अधिक है. इस तथ्य की सराहना करना महत्वपूर्ण है कि एफआईआई इन कारणों से बेच रहे हैं, न कि भारतीय अर्थव्यवस्था या कॉपोर्रेट आय के संबंध में किसी भी चिंता के कारण. वास्तव में, वे भारत को लेकर आशावान हैं और जब मैक्रो कंस्ट्रक्शन, जिसे पहले संदर्भित किया गया था, में बदलाव होने पर वे बेचना बंद कर देंगे और खरीदार बन जाएंगे.

विजयकुमार ने कहा कि पहले भी एफआईआई ने जमकर बिकवाली की थी और फिर खरीदारी का दौर आया था. उदाहरण के लिए, 2008 में वैश्विक वित्तीय संकट के वर्ष, एफआईआई ने 52,987 करोड़ रुपये की इक्विटी बेची थी. अगले साल 2009 में एफआईआई ने 83,423 करोड़ रुपये एक साल में शेयर बाजार में भारी उतार के शेयर खरीदे. इसलिए एफआईआई वापस पटरी पर जरूर आएगा. उसके लिए, वैश्विक मैक्रो निर्माण को बदलना चाहिए या बाजार को मूल्यांकन को आकर्षक बनाना चाहिए.

रेलिगेयर ब्रोकिंग के इक्विटी डेरिवेटिव्स के उपाध्यक्ष मनोज वायलर ने कहा कि भारत जैसे उभरते बाजारों में निवेश के एफआईआई पैटर्न का डेट मार्केट से भी संबंध है.

उन्होंने कहा कि 2010 के बाद से कर्ज का एफआईआई पैटनर्: भारत में इक्विटी पैसा 1:3 के अनुपात में रहा है, जिसमें 6.4 लाख करोड़ रुपये इक्विटी प्रवाह के साथ, वे ऋण बाजार में भी लगभग 2.1 लाख करोड़ रुपये जोड़ने में कामयाब रहे.

उन्होंने कहा, यह केवल वित्त वर्ष 2015-16, वित्त वर्ष 2021-22 और वित्त वर्ष 2022-23 ही रहे हैं, जब हमने एफआईआई द्वारा इक्विटी सेगमेंट एक साल में शेयर बाजार में भारी उतार में बहिर्वाह (आउटफ्लो) देखा है. हाल के वर्षों में वित्त वर्ष 2015-16 में लगभग 55 हजार करोड़ रुपये का उच्चतम इक्विटी प्रवाह देखा गया था, जबकि वित्त वर्ष 2017-18 में लगभग 1.19 लाख करोड़ रुपये का ऋण प्रवाह हुआ था. इस तरह से वित्त वर्ष 1998-99 के बाद से, पिछले 2 वर्षों में लगभग 2.2 लाख करोड़ का यह बहिर्वाह सांख्यिकीय रूप से शुद्ध प्रवाह का लगभग 18-20 प्रतिशत है.

उन्होंने आगे कहा, हम मानते हैं कि चूंकि विकसित बाजारों में ब्याज दरें बढ़ रही हैं, यह ऋण बाजार में नए पैसे को आकर्षित करती है और इसलिए, कुछ उभरते बाजारों में अधिक ऋण बहिर्वाह (जैसे भारत में 2018 के बाद देखा गया) और कुछ फॉलोअप इक्विटी आउटफ्लो भी होते हैं. 2018 के बाद से, भारत से शुद्ध ऋण बहिर्वाह लगभग 1.52 लाख करोड़ रुपये देखा गया है, जबकि इक्विटी सिर्फ 58 हजार करोड़ रुपये है. इसलिए हमारा मानना है कि एक बार जब यह ब्याज दर परि²श्य विकसित देशों में स्थिर हो जाता है, तो इक्विटी सेगमेंट में भी एफआईआई प्रवाह जारी रहेगा.

(With IANS Inputs)

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शेयर मार्केट में भारी उतार-चढ़ाव, सेंसेक्स में 250 अंकों की उछाल

शेयर मार्केट में भारी उतार-चढ़ाव, सेंसेक्स में 250 अंकों की उछाल

मुंबई। जनवरी 2009 के बाद सोमवार को सबसे खराब बिकवाली देखने के बाद मंगलवार को भारतीय बाजार में काफी उतार-चढ़ाव देखने को मिला। बाजार बढ़त के साथ खुले, लेकिन दोपहर के कारोबार के दौरान सेंसेक्स करीब 450 अंक टूट गया। लेकिन, इसके बाद बाजार ने एक बार फिर शानदार वापसी की और इसमें करीब 250 अंकों की तेजी देखी गई। इसके साथ ही निफ्टी भी 70 अंक मजबूत हो गया।

सोमवार को 1600 अंकों की गिरावट के साथ बंद होने के बाद भारतीय शेयर बाजार आज बढ़त के साथ खुले। खुलते ही सेंसेक्स में 350 अंकों की बढ़त देखी गई लेकिन 11.30 बजे तक यह बढ़त नीचे की ओर जाने लगी और बाजार में 380 अंक की गिरावट आ गई। वहीं कल के मुकाबले रुपए में 11 पैसे का सुधार देखा गया है।

खबर लिखे जाने तक सेंसेक्‍स 381.72 पॉइंट की गिरावट के साथ 25,359.84 पर कारोबार कर रहा था वहीं निफ्टी में 113.25 अंक की गिरावट नजर आई और 7695.75 पर कारोबार कर रहा था।

आज एक डॉलर के मुकाबले रुपए की कीमत 66.55 रुपए रही। यानी कल के मुकाबले 11 पैसे का सुधार। मालूम हो, कल की ऐतिहासिक गिरावट के बाद सरकार और आरबीआई ने निवेशकों को भरोसा दिलाया था कि घबराने की जरूरत नहीं है।

विशेषज्ञों के मुताबिक, दोपहर दो बजे तक बाजार पर नजर रखना होगी। दो बजे यूरोपीय शेयर बाजार खुलेंगे। वहां का असर यहां भी देखना को मिलेगा।

इससे पहले आज सुबह जापान के शेयर बाजार में मजबूती नजर आई। नैक्केई 131 अंक बढ़कर बंद हुआ है। हालांकि अमेरिकी और चीन में चिंता बनी हुई है। आज सुबह चीन का शेयर बाजार भी चार फीसदी गिरावट के साथ खुला है।

सोमवार को अमेरिकी शेयर बाजार गिरावट के साथ बंद हुए हैं। अमेरिका का डाउ जोंस 3.57 फीसदी और नैस्डैक 3.82 फीसदी की गिरावट के साथ बंद हुआ।

इससे पहले भारतीय शेयर बाजार में सोमवार को करीब साढ़े सात साल की सबसे भारी गिरावट दर्ज की गई। सेंसेक्स 1624 अंक से ज्यादा गिर गया, जबकि निफ्टी में 491 अंकों की गिरावट आई।

गिरावट के कारण शुक्रवार को बंद भाव के मुकाबले मार्केट कैप करीब 7 लाख करोड़ रुपए कम हो गया। मतलब यह कि यदि आज के भाव पर शेयर बेचे जाएं तो लगभग 7 लाख करोड़ रुपए का नुकसान उठाना पड़ेगा।

हालांकि बाजार को भरोसा दिलाने वित्त मंत्री अरुण जेटली सामने आए और आरबीआई के गर्वनर रघुराम राजन ने भी जोर लगाया, बावजूद बाजार नहीं संभल पाया। सेंसेक्स 1,624.51 अंक यानी 5.94 फीसदी गिरावट के साथ 25,741.56 पर बंद हुआ। निफ्टी 490.95 अंक या 5.92 फीसदी गिरकर 7,809 के स्तर पर रहा।

पहले केवल दो मौकों पर इससे ज्यादा गिरावट दर्ज की गई है। 22 जनवरी 2008 को सेंसेक्स 2,272.93 अंक गिरा था और उससे एक दिन पहले 21 जनवरी को इसमें 2,062.20 अंकों की गिरावट आई थी।

Multibagger Stock : इस शेयर ने निवेशकों को बनाया मालामाल, 1 लाख बन गए 6.87 करोड़ रुपए

Atul Limited देश में 30 एक साल में शेयर बाजार में भारी उतार से ज्यादा इंडस्ट्रीज को अलग-अलग केमिकल सप्लाई करती है। देश से बाहर अमेरिका, यूनाइटेड किंगडम, चीन और ब्राजील में भी कंपनी का कारोबार फैला हुआ है।

Multibagger Stock : इस शेयर ने निवेशकों को बनाया मालामाल, 1 लाख बन गए 6.87 करोड़ रुपए

अतुल लिमिटेड केमिकल सेक्टर की दिग्गज कंपनी है।(Image credit : Financial Express)

शेयर बाजार में किसी भी निवेशक की सबसे बड़ी ताकत उसका धैर्य होता है। धैर्य के बल पर ही कुछ निवेशक शेयर बाजार में भारी उतार-चढ़ाव के बीच कंपनियों के शेयर सालों तक संभाल कर रखते हैं। फिर शेयरों को बेचकर मोटा मुनाफा कमाते हैं। शेयर बाजार के जादूगर कहे जाने वाले वॉरेन बफे के मुताबिक “यदि आप 10 वर्षों के लिए शेयर रखने के इच्छुक नहीं हैं, तो इसे 10 मिनट के लिए रखने के बारे में भी न सोचें।” भारतीय शेयर बाजार में अतुल लिमिटेड एक साल में शेयर बाजार में भारी उतार एक ऐसा ही चमकता उदाहरण है जिसने लंबी अवधि के निवेशकों को कुछ हजारों के निवेश से ही करोड़पति बना दिया।

20 साल में दिया 68,700 फीसदी का रिटर्न: अतुल लिमिटेड ने पिछले 20 साल की अवधि के दौरान निवेशकों को मोटा मुनाफा कमा कर दिया है। बीएसई पर 16 फरवरी 2002 को अतुल लिमिटेड के एक शेयर का भाव 13.55 रुपए था। जो 16 फरवरी 2022 को 9310 रुपए प्रति शेयर पर पहुंच गया। इस आंकड़े के हिसाब से देखें तो अतुल लिमिटेड ने पिछले 20 साल में निवेशकों को 68,700 फीसदी का बंपर रिटर्न दिया है। यदि पिछले 1 साल की बात करें तो बीएसई पर 16 फरवरी 2021 को अतुल लिमिटेड का भाव प्रति शेयर 6,751 रुपए था। जो 16 फरवरी 2022 को बढ़कर 9310 रुपए प्रति शेयर पर पहुंच गया। इस प्रकार कंपनी ने पिछले 1 साल में निवेशकों को 37.83 फीसदी का रिटर्न दिया है।

5 साल में कंपनी ने दिया 320 फीसदी का रिटर्न: अतुल लिमिटेड ने पिछले 5 सालों के दौरान शेयर बाजार में निवेशकों को शानदार मुनाफा कमा कर दिया है। यह कंपनी लगातार एक साल में शेयर बाजार में भारी उतार बड़े निवेशकों के साथ-साथ छोटे और मझोले निवेशकों की भी पसंद रही है। जिसका मुख्य कारण कंपनी का लगातार अच्छा प्रदर्शन करना है। पिछले 5 साल के प्रदर्शन की बात करें तो बीएसई पर 16 फरवरी 2017 को अतुल लिमिटेड का भाव 2,212 रुपए प्रति शेयर था। जबकि 16 फरवरी 2022 को अतुल लिमिटेड का भाव 9,310 रुपए प्रति शेयर पहुंच गया। इस तरह पिछले 5 साल में कंपनी ने निवेशकों को 300 फीसदी से अधिक का रिटर्न दिया है।

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1 लाख के निवेश पर कैलकुलेशन: यदि किसी निवेशक ने 20 साल पहले अतुल लिमिटेड में 16 फरवरी, 2002 को 13.55 प्रति शेयर के भाव पर 1 लाख का निवेश किया था तो 16 फरवरी, 2022 तक यह रकम बढ़कर 9310 रुपए प्रति शेयर के हिसाब से 6.87 करोड़ रुपए में बदल गई। इसी तरह किसी निवेशक ने 5 साल पहले 16 फरवरी 2017 को 2,212 रुपए प्रति शेयर के भाव पर 1 लाख का निवेश किया था तो 16 फरवरी, 2022 तक यह रकम बढ़कर 9310 रुपए प्रति शेयर के हिसाब से 3.2 लाख रुपए में बदल गई।

बता दें कि अतुल लिमिटेड केमिकल सेक्टर की एक दिग्गज कंपनी है। जो देश में 30 से ज्यादा इंडस्ट्रीज को अलग-अलग केमिकल सप्लाई करती है। देश से बाहर अमेरिका, यूनाइटेड किंगडम, चीन और ब्राजील में भी कंपनी का कारोबार फैला हुआ है।

भारी-उतार चढ़ाव के बाद बंद हुआ शेयर बाजार, सेंसेक्स में 198 अंक की बढ़त

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। बिजली, दूरसंचार और फार्मा कंपनियों के शेयरों में लाभ से मंगलवार को सेंसेक्स एक दिन पहले की भारी गिरावट से उबर गया और 198 अंक की बढ़त के साथ बंद हुआ। शुरुआती कारोबार में बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स करीब 700 अंक टूट गया था। लेकिन बाद में इसने अपने नुकसान की भरपाई की और अंत में यह 198.44 अंक या 0.34 प्रतिशत की बढ़त के साथ 58,664.33 अंक पर बंद हुआ। इसी तरह नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 86.80 अंक या 0.50 प्रतिशत के लाभ से 17,503.35 अंक पर पहुंच गया।

सेंसेक्स की कंपनियों में पावरग्रिड का शेयर करीब चार प्रतिशत चढ़ गया। एनटीपीसी, टाटा स्टील, भारती एयरटेल, सन फार्मा और बजाज फिनसर्व के शेयर भी लाभ में रहे। दूसरी ओर इंडसइंड बैंक, एशियन पेंट्स, इन्फोसिस, बजाज ऑटो और मारुति के शेयर 2.59 प्रतिशत तक टूट गए।

जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, ''धातु, सरकारी बैंक और फार्मा कंपनियों एक साल में शेयर बाजार में भारी उतार के शेयरों की अगुवाई में घरेलू शेयर बाजार गिरावट से उबर गए। मिडकैप और स्मॉलकैप का प्रदर्शन मुख्य सूचकांकों से बेहतर रहा।''

उन्होंने कहा कि जेरोम पावेल को फिर से फेडरल रिजर्व का चेयरमैन नामित किया गया है। इसके बावजूद कल कारोबार के अंतिम घंटे में अमेरिकी बाजारों में बिकवाली का सिलसिला चला। अन्य एशियाई बाजारों में हांगकांग का हैंगसेंग और दक्षिण कोरिया का कॉस्पी नुकसान में रहे। वहीं चीन के शंघाई कम्पोजिट और जापान के निक्की में लाभ रहा।

बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 1,170.12 अंक यानी 1.96 प्रतिशत एक साल में शेयर बाजार में भारी उतार के नुकसान के साथ 58,465.89 अंक पर आ गया था। सेंसेक्स में लगातार चौथे कारोबारी सत्र में गिरावट आई। यह दो माह में सेंसेक्स का सबसे निचला बंद स्तर था। 12 अप्रैल के बाद यह एक दिन में सेंसेक्स की सबसे बड़ी गिरावट है। इसी तरह नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 348.25 अंक यानी 1.96 प्रतिशत टूटकर 17,416.55 अंक पर बंद हुआ।

बजाज फाइनेंस, बजाज फिनसर्व, रिलायंस इंडस्ट्रीज, एनटीपीसी, टाइटन और एसबीआई के शेयर 5.74 प्रतिशत तक टूट गए थे। रिलायंस इंडस्ट्रीज ने सऊदी अरामको के साथ 15 अरब डॉलर में अपने तेल रिफाइनरी और पेट्रोरसायन कारोबार में 20 प्रतिशत हिस्सेदारी का प्रस्तावित सौदा रोक दिया है। इन खबरों के बाद रिलायंस के शेयरों में 4 प्रतिशत की भारी गिरावट दर्ज हुई।

दूसरी ओर भारती एयरटेल, एशियन पेंट्स और पावरग्रिड के शेयर लाभ में रहे थे। बीएसई में पेटीएम की मूल कंपनी वन97 कम्युनिकेशंस का शेयर 13 प्रतिशत के नुकसान से 1,360.30 रुपये पर आ गया। LKP सिक्योरिटीज के शोध प्रमुख एस रंगनाथन ने कहा कि बीते सप्ताहांत कई घटनाक्रमों के बाद आज अंतत: बाजार में मंदड़िया रुख कायम एक साल में शेयर बाजार में भारी उतार हो गया था। धातु को छोड़कर अन्य सभी खंडों के सूचकांक नीचे आए। उन्होंने कहा कि कृषि कानूनों को वापस लेने की घोषणा से सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनियों के शेयर प्रभावित हुए थे।

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